Tue, September 24, 2024
फसल | कुल आवक (क्विन्टल में) | दर ₹/क्विन्टल | ||
---|---|---|---|---|
न्यूनतम | उच्चतम | प्रचलित | ||
अलसी | 2.6800 | 5700.00 | 5805.00 | 5700.00 |
उड़द/उरदा | 297.1400 | 4190.00 | 8430.00 | 7200.00 |
कुटकी | 283.0000 | 3511.00 | 3600.00 | 3585.00 |
कोंदों | 92.0000 | 3180.00 | 3200.00 | 3200.00 |
गेहूं | 2650.6900 | 2400.00 | 2749.00 | 2680.00 |
चना | 220.2300 | 6310.00 | 7105.00 | 6755.00 |
तुअर/अरहर | 51.9700 | 3800.00 | 10030.00 | 7325.00 |
धान | 6.5600 | 1800.00 | 1870.00 | 1870.00 |
बटरी | 167.9600 | 3000.00 | 5705.00 | 5500.00 |
मक्का/भुट्टा | 183.7400 | 1600.00 | 2570.00 | 2570.00 |
मटर | 34.0300 | 2160.00 | 3365.00 | 2720.00 |
मसूर या मसूरी | 293.7800 | 4805.00 | 5800.00 | 5800.00 |
मूंग | 864.5400 | 4600.00 | 8000.00 | 7400.00 |
सरसों | 24.9300 | 5000.00 | 5780.00 | 5390.00 |
Last updated at 2024-09-25 09:39:56
जबलपुर मंडी, मध्य प्रदेश की एक प्रमुख कृषि मंडी है, जहाँ विभिन्न कृषि उपजों का व्यापार होता है। किसानों और व्यापारियों के बीच का यह व्यापारिक केंद्र न केवल स्थानीय बाजार के लिए बल्कि राज्य के अन्य हिस्सों में भी कृषि उत्पादों की आपूर्ति करता है। जबलपुर मंडी भाव जानना किसानों के लिए अत्यंत आवश्यक है ताकि वे अपनी फसलों का उचित मूल्य प्राप्त कर सकें और मंडी के बाजार भाव के आधार पर सही निर्णय ले सकें।
जबलपुर मंडी का महत्व
जबलपुर मंडी का संचालन मध्य प्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड के तहत होता है। यह मंडी बोर्ड का मुख्य उद्देश्य किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य दिलाना है और कृषि व्यापार को पारदर्शी और सुचारू बनाना है। इसके तहत मंडियों में कृषि उत्पादों की खरीद-बिक्री की व्यवस्था की जाती है और किसानों के हितों की रक्षा की जाती है। मंडी बोर्ड किसानों की उपज की सही कीमत निर्धारित करने के लिए प्रतिदिन मंडी भाव प्रकाशित करता है।
प्रमुख फसलों का व्यापार
जबलपुर मंडी में मुख्य रूप से गेहूं, धान, मक्का, सोयाबीन, चना, मसूर और उरद जैसी फसलों का व्यापार होता है। इन फसलों के उत्पादन से किसानों की आजीविका जुड़ी हुई है और मंडी में फसलों के भाव किसानों के लिए आय का प्रमुख स्रोत होते हैं। मंडी में प्रतिदिन फसलों के भाव में उतार-चढ़ाव होता है जोकि विभिन्न कारकों पर निर्भर करता है, जैसे मौसम, आपूर्ति और मांग।
कृषि निर्यात में योगदान
जबलपुर मंडी केवल स्थानीय व्यापार तक सीमित नहीं है, बल्कि मध्य प्रदेश का कृषि उत्पादों के निर्यात में भी महत्वपूर्ण योगदान है। राज्य सरकार के निर्देशन में मंडी बोर्ड ने गेहूं जैसे उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा दिया है, जिससे राज्य कृषि उत्पाद निर्यात में अग्रणी बन पाया है। यह किसानों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है क्योंकि इससे अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भी उन्हें लाभ प्राप्त हो सकता है।
तकनीकी सुधार और डिजिटलकरण
मध्य प्रदेश मंडी बोर्ड ने मंडियों के डिजिटलीकरण की दिशा में भी कदम उठाए हैं। इसके तहत “फ्लाइंग स्क्वाड ऐप” जैसी डिजिटल व्यवस्थाएं लागू की गई हैं, जिससे मंडी गतिविधियों का रियल-टाइम निरीक्षण किया जा सके। किसानों के लिए यह तकनीकी सुधार मददगार साबित होते हैं क्योंकि वे ऑनलाइन माध्यम से अपने उत्पादों की कीमत की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और अपने व्यापारिक फैसले कर सकते हैं।
क्यों महत्वपूर्ण है जबलपुर मंडी भाव?
जबलपुर मंडी भाव जानना इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य प्राप्त करने में मदद करता है। अगर किसान मंडी भाव की जानकारी समय पर प्राप्त कर लेते हैं, तो वे अपनी फसलों को उचित दाम पर बेच सकते हैं और नुकसान से बच सकते हैं। यही कारण है कि मंडी बोर्ड और विभिन्न वेबसाइट्स प्रतिदिन मंडी भाव अपडेट करती हैं ताकि किसान और व्यापारी हमेशा ताजगी बनी जानकारी से लैस रहें।
जबलपुर मंडी भाव की जानकारी रखना न केवल किसानों के लिए आवश्यक है बल्कि यह व्यापारियों और उपभोक्ताओं के लिए भी महत्वपूर्ण है। सही मंडी भाव जानने से किसान अपनी फसल का सही मूल्य प्राप्त कर सकते हैं और मंडी बोर्ड द्वारा किए गए प्रयासों से कृषि व्यापार को एक नई दिशा मिल रही है। डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की मदद से अब यह जानकारी प्राप्त करना और भी आसान हो गया है।